Saturday, December 9, 2017

फेक या उल्लू बनाने वाले न्यूज़ से कैसे बचें? How to Avoid Fake News

ईश्वर अपने पवित्र किताब मे फरमाता है क़ी अये ईमान वालों जब तुम अल्लाह के राह में निकलो तो खूब छान बिन या तहक़ीक़ कर लिया करो और जब तुम कोई खब्र किसी ऐसे आदमी से सुनो जिसका कॅरक्टर या चाल चलन ठीक नही हो या वो झूठ बोलता हो तो खूब थोक बजा के तहक़ीक़ और तस्दीक़ कर लिया करो. कहीं ऐसा ना हो की तुम जहालत में किसी के साथ नाइंसाफी कर बैठो और बाद में अपने किए पर पछताते रहो!

अब हम इंटरनेट और फोटॉशप की दुन्या की बात करते हैं जहाँ न्यूज़ बनती नही बनाई जाती है! इसके पीछे ये मक़सद होता है;

1. उल्लू बना के अपना उल्लू सीधा करना

2. एक बादल सा धुँधला सीन बनाना जिसमें आप उलझ जायें और जो इस काम में लगे हुए हैं वो आसनी से अपनी घिनौनी हरकत को अंजाम दे सकें! इसके लिए अँग्रेज़ी का एक शब्द फॉगिंग भी इस्तेमाल होता है!

3. ज़्यादह तर ये काम सरकारें या कोई संस्था या कोई लोमड़ी जैसा चतुर आदमी करता है की वो शॉर्ट टर्म में अपना लोंग टर्म गोल कैसे पूरा करे!


4. फेक न्यूज़ हमेशा से एक सोनची समझी साजिश के तहत बनाया जाता है!

आपको मालूम है की एक वेबसाइट (https://jaagoindian.org/ayodhya/) जो अयौध्या में राम मंदिर बने या मस्जिद बने उसपे सर्वे करा रही है, छान बिन से ये पता चला की वो एक फेक वेबसाइट है और उस पर 4 करोर लोगों ने वोट किया जिसमें हिंदू और मुसलमान दोनो शामिल हैं. ये कितने अफ़सोस की बात है की लोगों को उल्लू बनाना कितना आसान हो गया!

अब आपको खुद से पूछना है की क्या आप किसी फेक न्यूज़ की मुनाफकत के शिकार तो नही हो रहे हैं? क्या आप फेक न्यूज़ आगे फॉर्वर्ड / बढ़ाने से पहले सोंच रहे हैं की क्या मैं एक बार इस न्यूज़ की छान बिन कर लूँ? अगर नही तो आप उल्लू बनने वालों से क़तार में शामिल हैं लेकिन आपको नही मालूम की आपने उससे अपना ही नुकसान किया. चाहे वो फ़ेसबुक हो या व्हातसपप या ट्वीटर.

अब मसला है की मुनाफकत की इस दौर में जहाँ जहालत आसानी से एक क्लिक में हज़ारों मिल की दूरी पूरी कर लेती है, इससे बचा कैसे जाए?

इस उल्लू बनाने वाली न्यूज़ बचने के लिए सबसे पहला काम है अपने लेवेल पर सोचना की ये न्यूज़ सही है या नही. उसके बाद की कहानी ये है की हमारे जैसे बहुत सारे लोग हैं जो फेक न्यूज़ से परेशान हैं वो हिंदू भी हैं वो मुसलमान भी है वो सिख भी हैं और ईसाई भी हैं! और ये बात भी ध्यान में रहे की फेक न्यूज़ भेजने वाला भी किसी भी धर्म का हो सकता है!

सारी दुन्या में फेक न्यूज़ का बिज़्नेस चल रहा है! नीचे देखिए कैसे इनको विकिपेडिया ने लिस्ट किया है.
https://en.wikipedia.org/wiki/List_of_fake_news_websites

हिंदोस्तान में भी सोशियल मीडीया में फेक न्यूज़ का भंडार है और ये ज़्यादह तर फोटॉशप के द्वारा होता है!
http://www.dw.com/en/how-fake-news-is-widening-social-rifts-in-india/a-40875997

पोस्टकार्ड न्यूज़ एक नयी कहानी या नया न्यूज़ बनाने का ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल है, ये लोग इतने माहिर हैं की आपको एक बार में मुश्किल से लगेगा की ये न्यूज़ फेक है! ये न्यूज़ पोर्टल आर. एस. एस. के लिए काम करता है!
http://postcard.news/

कुछ वेसाइट्स भी है जो सही और ग़लत खबरों में फ़र्क़ करने में मदद केरती हैं;
https://www.snopes.com/about-snopes/

आइए हम ये अहद करें की फेक न्यूज़ को विराम दें और हिंदोस्ताँ की सरकार से माँग करें की ऐसी लॉ बनाए जिसमें कोई भी न्यूज़ चॅनेल पहले रीले करने से पहले उसको वेरिफाइ करे और हम अपने स्तर पर तहक़ीक़ करें और उसके बाद अपनी राय बनायें! इसी तरह एक बेहतर समाज बना सकते हैं!

No comments:

Post a Comment