कांग्रेस नेता और पूर्व कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एमएमयू) में एक कार्यक्रम के दौरान कहा है कि उनकी पार्टी और उनके दामन पर मुसलमानों के खून के धब्बे लगे हैं. कांग्रेस शासन के दौरान हुए बाबरी विध्वंस और मुस्लिम विरोधी दंगों को लेकर पूछे गए सवाल पर सलमान खुर्शीद ने यह बयान दिया.
फाइनेंशियल एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, खुर्शीद ने कहा, ‘हमारे दामन में ख़ून के धब्बे हैं और इसी वजह से आप हमसे ये कह रहे हैं कि अब अगर आप पर कोई वार करे तो हमें बढ़कर उसे रोकना नहीं चाहिए, हम ये धब्बे दिखाएंगे… कि तुम समझो कि ये धब्बे तुम पर लगे हैं, ये धब्बे तुम पर न लगे, तुम वार इनपे करोगे धब्बे तुम्हारे लगेंगे, हमारे (कांग्रेस) इतिहास से कुछ सीखो और समझो, इसके बाद अपना हश्र ऐसा मत करो कि तुम 10 साल बाद अलीगढ़ यूनिवर्सिटी आओ और आप जैसा कोई सवाल पूछने वाला भी न मिले.’
फाइनेंशियल एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, खुर्शीद ने कहा, ‘हमारे दामन में ख़ून के धब्बे हैं और इसी वजह से आप हमसे ये कह रहे हैं कि अब अगर आप पर कोई वार करे तो हमें बढ़कर उसे रोकना नहीं चाहिए, हम ये धब्बे दिखाएंगे… कि तुम समझो कि ये धब्बे तुम पर लगे हैं, ये धब्बे तुम पर न लगे, तुम वार इनपे करोगे धब्बे तुम्हारे लगेंगे, हमारे (कांग्रेस) इतिहास से कुछ सीखो और समझो, इसके बाद अपना हश्र ऐसा मत करो कि तुम 10 साल बाद अलीगढ़ यूनिवर्सिटी आओ और आप जैसा कोई सवाल पूछने वाला भी न मिले.’
अपने सवाल में आमिर ने खुर्शीद पूछा था कि 1947 में आज़ादी के बाद हाशिमपुरा, मलियाना, मेरठ, मुज़फ़्फ़रनगर, मुरादाबाद, भागलपुर, अलीगढ़ आदि जगहों पर मुसलमानों का नरसंहार हुआ. इसके अलावा बाबरी मस्जिद के दरवाजे खुलवाना और फिर इसका विध्वंस आदि घटनाएं कांग्रेस के शासन काल में हुई हैं. कांग्रेस के दामन पर मुसलमानों के इन तमाम धब्बों को आप किन शब्दों के ज़रिये धोएंगे?
हालांकि बाद में सफाई देते हुए उन्होंने इस बयान को व्यक्तिगत बताया. एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार खुर्शीद ने कहा, ‘ये मेरे व्यक्तिगत विचार हैं और इंसानियत के नाते ऐसा कहा था. मैंने जो कहा था उसे आगे भी कहता रहूंगा.’
ये मुमकिन है की सलमान साहेब कॉंग्रेस छोड़ने का इरादा बना लिया हो लेकिन ये बात बोल के उन्हों ने मुसलमानों पर बहुत एहसान किया है! ये बात उनको (मुसलमानों) हिन्दुस्तानी सियासत को समझने में मदद करेगी!
जनाब सैयेद सहीमुद्दीन साहेब जो एक लंबे समय तक पोलिटिकल आक्टिविस्ट रह चुके हैं, बताते हैं कि कॉंग्रेस और भाजपा में फ़र्क़ सिर्फ़ इतना है की भाजपा जो काम दिन के उजाले में करती है वही काम कॉंग्रेस रात के अंधेरे में करती है!
जनाब सैयेद सहीमुद्दीन साहेब जो एक लंबे समय तक पोलिटिकल आक्टिविस्ट रह चुके हैं, बताते हैं कि कॉंग्रेस और भाजपा में फ़र्क़ सिर्फ़ इतना है की भाजपा जो काम दिन के उजाले में करती है वही काम कॉंग्रेस रात के अंधेरे में करती है!