हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई, आपस में हम भाई भाई..!
जब जब इन्हों ने हाथ मिलाई, अँग्रेज़ों ने मुँह की खाई..!
जब ये चारों मिल बैठेंगे, बात करेंगे..!
हाँ चारों यार जब मिल बैठेंगे बात करेंगे, सब कुछ का समाधान करेंगे..!
ना कोई बचेगा बलात्कारी, ना कोई होगा दंगाई..!
ब्लात्कारी और दंगाई का घर कहाँ??
उनका एक ही घर, बंगाल की खाई, बंगाल की खाई..!
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई, आपस में हम भाई भाई!
यही हिंद की रीत है भाई, नही तो होगी जग हंसाई…!
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई, आपस में हम भाई भाई.
जब जब इन्हों ने हाथ मिलाई, अँग्रेज़ों ने मुँह की खाई..!
जब ये चारों मिल बैठेंगे, बात करेंगे..!
हाँ चारों यार जब मिल बैठेंगे बात करेंगे, सब कुछ का समाधान करेंगे..!
ना कोई बचेगा बलात्कारी, ना कोई होगा दंगाई..!
ब्लात्कारी और दंगाई का घर कहाँ??
उनका एक ही घर, बंगाल की खाई, बंगाल की खाई..!
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई, आपस में हम भाई भाई!
यही हिंद की रीत है भाई, नही तो होगी जग हंसाई…!
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई, आपस में हम भाई भाई.
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